महाशिवरात्रि (mahashivratri )2024 कब है पूजा का महुर्त, बन रहा है सर्वार्थसिद्ध योग,पूजा सामग्री और सावधानी

भगवन शिव को प्रस्सन्न करने के लिए आज के दिन का विशेष महत्व रहता है। हर साल के फाल्गुन महीने की कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। पुराणिक कथाओ के अनुसार जब देवी आदि-शक्ति ने पार्वती माता के रूप में जन्म लिया, तब उन्होंने कठिन तपस्या कर के भगवान शिव को प्रशन्न किया तथा विवाह करने का वर माँगा। आज के दिन ही यानि महाशिवरात्रि (mahashivratri)भगवान शिव जी और माता पार्वती का विवाहगुप्तकाशी स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर हुआ था जो स्वम भगवान ब्रह्मा जी ने करवाया था इस विवाह में भगवान विष्णु की अहम् भूमिका रही क्यूंकि वो इस विवाह में माता पार्वती के भाई की भूमिका निभाई।

महाशिवरात्रि (mahashivratri )2024 पूजा का सुबह मुहर्त

महाशिवरात्रि पर चार पहर की पूजा की जाती है जिसका मुहर्त सुबह 8 मार्च 6: 38 से लेकर , 8 मार्च 12:55 तक है।

महाशिवरात्रि (mahashivratri )2024 पूजा सामग्री

  • भांग
  • बेल पत्र (कटा या टुटा नहीं होना चाहिए)
  • बेल पत्र फल
  • घतूरा
  • आक के फूल (शिव जी भगवन को अति प्रिय है)
  • तांबे का लोटा
  • शहद
  • गंगा जल
  • दही
  • दूध
  • घी
  • माता की शृंगार सामग्री

महाशिवरात्रि (mahashivratri )2024 का पूजन कैसे करना चाहिए

महाशिवरात्रि के दिन आपको चाहिए की आप आज के दिन टाइम से उठ जाये व् नित कर्म से निवर्त हो कर साफ कपडे पहन कर भगवन का नाम जप करते हुए पूजा की ऊपर बताई हुई सामग्री तैयार करनी चाहिए। सामग्री तैयार करने के बाद मंदिर जो भी आपके घर के नजदीक हो वहा जाना चाहिए और सबसे पहले भगवन गणेश का समरण करके पूजा शुरू करनी चाहिए। महाशिवरात्रि की पूजा में आप सबसे पहले शिव लिंग पर जल अर्पित करे और फिर एक एक कर के सभी ऊपर बताई गई सामग्री और सबसे अंतिम में भगवन की आरती कर उनसे छमा प्रार्थना करे। और माता पार्वती से आशीर्वाद ले।

मनपसंद शादी करने के लिए महाशिवरात्रि की पूजा

यदि प्रेम विवाह में किसी तरह की दिक्कत आ रही है तो महाशिवरात्रि के शुभ मुहर्त में भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करने के मनवांछित वर की अभिलाषा पूरी होती है। महाशिवरात्रि के दिन दोनों ही पक्षों को साथ में मिलकर भगवान शिव और माता पार्वती का यथा सम्भव साधनो से विवाह संपन्न और पूजा करनी चाहिए। इससे माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है और मवांछित वर की कामना पूरी होती है

महाशिवरात्रि का व्रत कब खोला जाता है

महाशिवरात्रि (mahashivratri) का व्रत सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है आज के दिन हिन्दू धर्म में भगवान शिव की और माता पार्वती की पूजा की जाती है। आज के दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है उसका व्रत अगले दिन सूर्य उदय होने पर खुलता है सूर्य भगवान को जल अर्पित कर के ही हम व्रत खोलते है।

महाशिवरात्रि (mahashivratri) के व्रत में हमें किन बातो का ध्यान रखना चाहिए

  • आज के दिन मास मदिरा का सेवन नहीं करना चाइये
  • शिव जी पर कभी भी भूल कर भी तुलसी जी अर्पित नहीं करनी चाहिए
  • जल अर्पित करते समय ये बात ध्यान रखनी चाहिए की अर्पित जल पैरो में न आये